अब सभी स्मार्टफोन किसी भी चार्जर से हो सकेंगे चार्ज
इस मीटिंग के बाद बताया गया है कि स्मार्टफोन ब्रैंडों और इंडस्ट्री ऑर्गेनाइजेशन ने एक यूनिफॉर्म चार्जिंग पोर्ट (USB Type-C) को ही स्टैण्डर्ड तौर पर रोलआउट करने का निर्णय लिया है। अब स्मार्टफोनों के अलावा टैबलेट, वियरेबल्स में ही यही चार्जिंग पोर्ट आएगा और इसको लेकर एक ग्रुप भी गठित किया जायेगा, जो हमें इन डिवाइसों में टाइप-सी पोर्ट होने से सम्बंधित सभी संभावनाओं के बारे में जानकारी देगा।
हर स्मार्टफोन के साथ अलग चार्जर यूज़र और पर्यावरण के लिए है परेशानी
इस कंज्यूमर्स अफेयर्स की मीटिंग में IIT कानपुर, IIT BHU, MAIT, FICCI, CII, केंद्र सरकार के कुछ लोगों ने हिस्सा लिया और सभी इस बात से सहमत हैं कि सभी डिवाइसों के लिए एक स्टैण्डर्ड चार्जिंग पोर्ट होना ही चाहिए। उन्होंने इसके दो कारण बताये हैं – 1- अलग-अलग स्मार्टफोन, या टैबलेट के साथ यूज़र को अलग अलग चार्जरों को खरीदना पड़ता है। यदि स्मार्टफोन के साथ नया चार्जर मिल भी रहा है, तो इस तरह से पुराना चार्जर बेकार हो जाता है। 2- सभी डिवाइसों के साथ अलग-अलग चार्जर आने के कारण, ये चार्जरों का ढेर अब पर्यावरण के लिए भी अनुकूल नहीं है। अब भारत सरकार द्वारा कभी भी ये आदेश जारी हो सकता है और इसका मुख्य कारण चार्जरों के प्रोडक्शन को कम करके ई-वेस्ट को कम करना है और साथ ही पैसे बचाने के उद्देश्य से भी ये अहम कदम है। सभी डिवाइसों के लिए एक चार्जिंग पोर्ट के होने से क्या अंतर आएगा, इसे पता करने के लिए MoEFCC (पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय) इसकी जांच करेगा और इस आदेश को अलग-अलग फेज़ के साथ लागू किया जायेगा, ताकि कंपनियों और उपयोगकर्ताओं को इसे अपनाने में आसानी हो।
iPhone 15 सीरीज़ में भी मिलेगा USB टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट
EU द्वारा पास किये गए क़ानून के बाद अब अगली iPhone सीरीज़ में भी लाइटनिंग पोर्ट नहीं बल्कि टाइप-सी पोर्ट ही नज़र आ सकता है। Apple एग्जीक्यूटिव Greg Joswiak ने खुद इस बात की पुष्टि की है कि Apple भी टाइप-सी पोर्ट अपनाएगा। हालांकि इससे वो खुश नहीं है, लेकिन फिर भी आने वाले समय में Apple डिवाइसों में भी USB Type-C पोर्ट ही मिलेगा। हलानी खबरें ये हैं कि Apple एक नहीं बल्कि दो तरह के टाइप-सी पोर्ट दे सकता है। कंपनी iPhone 15 Pro और Pro Max में USB 3.2 या Thunderbolt 3 पोर्ट दे सकती है। जबकि बाकी दोनों मॉडलों में USB 2.0 आने की खबर है। लेकिन अगर ऐसा होता है तो भी iPhones के अलग-अलग मॉडलों के लिए आपको अलग चार्जर खरीदने पड़ सकते हैं। लेकिन इन चार्जरों को अपनाने के पीछे कंपनी का उद्देश्य फ़ास्ट ट्रांसफर स्पीड देना बताया जा रहा है। ऐसे में एक स्टैण्डर्ड चार्जिंग पोर्ट अपनाने को लेकर आपकी क्या राय है, आप भी हमें कमेंट सेक्शन में बता सकते हैं।
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